मेरे दरवाज़े पर आहट भी नहीं
अब पहले सी मेरी दुनिया नहीं
हर मेफ़िल में नाम था मेरा
आज महफ़िलें गुमनाम सही
वक़्त का रंग बदलता है
हमेशा रंगीन नहीं रहता ये
तुम अपने आँसू सम्भालो यारो
अभी ज़िंदा हूँ मैं, मरा तो नहीं...
#अजय #juswanasay
No comments:
Post a Comment